हल्द्वानी – शहर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) इन दिनों अपनी लीक होती सीवर लाइन के कारण चर्चा में है। अस्पताल से निकल रहा गंदा पानी सीधे सिंचाई विभाग की नहर में जा रहा है, जिससे न केवल आसपास के क्षेत्रों में तेज दुर्गंध फैल रही है, बल्कि छठ पूजा की तैयारियों पर भी खतरा मंडराने लगा है।
जानकारी के अनुसार, एसटीएच की सीवर लाइन कई महीनों से लीक है। अस्पताल परिसर के पास से गुजर रही नहर में सीवर का गंदा पानी लगातार गिर रहा है। यही नहर तीनपानी बाईपास से होते हुए गोरापड़ाव की ओर जाती है, और इसी किनारे पर पूर्वांचल समाज के दो प्रमुख छठ पूजा स्थल स्थित हैं। यदि समय रहते सीवर लीकेज पर कार्रवाई नहीं की गई, तो 10 दिन बाद शुरू होने वाले छठ पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को दूषित पानी में खड़े होकर अर्घ्य देना पड़ सकता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नहर के पास से गुजरना मुश्किल हो गया है। बदबू के कारण आस-पास रहने वाले लोगों और राहगीरों का आना-जाना दूभर हो गया है। उन्होंने प्रशासन से जल्द कार्यवाही की मांग की है।

छठ पूजा सेवा समिति ने कहा है कि अगर यह स्थिति बनी रही, तो यह पूर्वांचल समाज की आस्था पर सीधा आघात होगा। समिति जल्द ही हल्द्वानी मेयर गजराज सिंह बिष्ट को पत्र भेजकर मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करेगी, ताकि त्योहार के दौरान श्रद्धालुओं को दूषित पानी का सामना न करना पड़े।
सिंचाई विभाग के अनुसार, यह नहर जमरानी बांध परियोजना के अंतर्गत आती है और इसमें किसी भी संस्था या व्यक्ति को सीवर का पानी डालने की अनुमति नहीं है। विभाग ने कहा कि यदि एसटीएच से सीवर नहर में गिर रहा है तो अस्पताल प्रशासन को नोटिस भेजा जाएगा।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, अस्पताल की सीवर लाइन की पिछले वर्ष मरम्मत कराई गई थी, लेकिन अब फिर से लीकेज सामने आ गई है। सिंचाई विभाग ने बुधवार को निरीक्षण करने की घोषणा की है। निरीक्षण के बाद दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।