काशीपुर – दीपावली के शुभ अवसर पर द्रोणा सागर तीर्थ स्थल रविवार की रात 31 हजार दीपों की जगमगाहट से ऐसे आलोकित हुआ कि मानो भगवान राम की अयोध्या सजी हो। हर ओर दीपों की सुनहरी रोशनी ने श्रद्धा, भक्ति और उत्सव का अनुपम दृश्य रचा। यह भव्य आयोजन हिंदू राष्ट्र शक्ति द्वारा “एक दिया मेरा भी प्रभु को समर्पित” भावना के तहत आयोजित किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन महापौर एवं हिंदू राष्ट्र शक्ति के मुख्य संरक्षक दीपक बाली ने हवन-पूजन कर किया। जैसे ही दीप प्रज्ज्वलित हुए, पूरा द्रोणा सागर आस्था और भक्ति से सरोबार हो उठा। लोगों ने कहा कि यह दृश्य सचमुच अयोध्या दीपोत्सव की झलक दिखा रहा था।
दीपोत्सव में आयोजित सांस्कृतिक संध्या ने कार्यक्रम की भव्यता को कई गुना बढ़ा दिया। गणेश वंदना से आरंभ हुए मंचीय कार्यक्रमों में राधा-कृष्ण की होली, रामलला विराजमान और मां काली की शक्ति से परिपूर्ण प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। आकर्षक नृत्य प्रस्तुतियों और भक्ति गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी (पटौदी, हरियाणा) ने कहा कि “सनातन धर्म विश्व का सबसे प्राचीन और सर्वश्रेष्ठ धर्म है, जिसका दीप सदैव प्रज्वलित रहेगा।” उन्होंने कहा कि द्रोणा सागर का यह इतिहास और आयोजन भारतीय संस्कृति की जड़ों को मजबूत करता है। स्वामी धर्मदेव ने कहा, “जिस नगर का प्रथम नागरिक दीपक हो, वहां अंधकार नहीं रह सकता।”
इस अवसर पर हिंदू राष्ट्र शक्ति के राष्ट्रीय प्रभारी संजय भाटिया, जिला अध्यक्ष गौरव गुप्ता, सर्वेश बंसल, मुकेश पाहवा, योगेश बिश्नोई, सचिन अग्रवाल, शशिकांत गुप्ता, मोहित मेहरोत्रा सहित अनेक गणमान्य लोगों ने महामंडलेश्वर का स्वागत किया। आयोजन में लगे स्वयंसेवकों और ख्वाहिश एनजीओ ने भी अपना योगदान दिया।
कार्यक्रम के तहत पहली बार आयोजित दिवाली मेला ने भी लोगों का दिल जीत लिया। शाम 4 बजे से शुरू हुए मेले में खाद्य पदार्थों और हस्तशिल्प के 41 स्टॉल लगाए गए, जिन पर सामान निःशुल्क स्टॉल शुल्क नीति के तहत सस्ते दामों में उपलब्ध कराया गया। आयोजकों ने बताया कि उद्देश्य केवल व्यापार नहीं, बल्कि समाज को “भक्ति, एकता और स्वदेशी भावना” से जोड़ना था।
पूरे आयोजन को सफल बनाने में हिंदू राष्ट्र शक्ति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एक सप्ताह तक लगातार तैयारी की। कार्यक्रम के अंत में देवअर्पण फूड्स की ओर से प्रसाद वितरण किया गया। गायत्री परिवार का स्टॉल भी आकर्षण का केंद्र बना रहा।
दीपोत्सव की भव्यता देखने हजारों लोग उमड़ पड़े। महापौर दीपक बाली जहां से भी गुज़रे, वहां लोगों ने उत्साहपूर्वक सेल्फी लेकर दीपोत्सव की यादें कैद कीं। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा आयोजित स्वदेशी दीपावली मेले में खरीदारी कर छोटे व्यापारियों की दीपावली भी रोशन करें।