देहरादून – देहरादून समेत उत्तराखंड के कई जिलों में देर रात बादल फटने और मूसलधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। भूस्खलन, जलभराव और सड़कें टूटने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई लोग लापता हैं और प्रशासन राहत व बचाव कार्यों में जुटा है।
देहरादून: इंस्टिट्यूट में फंसे 200 छात्रों का रेस्क्यू
देवभूमि इंस्टिट्यूट, पौंधा परिसर में जलभराव से 200 छात्र-छात्राएं फंस गए थे। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने त्वरित कार्रवाई कर सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

मौतें और लापता लोग
- सहस्त्रधारा क्षेत्र में एक शव बरामद।
- टपकेश्वर के पास शिखर फॉल में चार लोगों के बहने की सूचना।
- मसूरी झड़ीपानी टोल पर भूस्खलन से दो मजदूर दबे, एक की मौत और एक घायल।
- विकासनगर में पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आकर स्कूटर सवार युवक की मौत, दूसरा घायल।
- करलिगाड़ क्षेत्र में दो लोग लापता।
देवप्रयाग में भारी भूस्खलन
देवप्रयाग में लगातार बारिश से भू-धंसाव हुआ, बस अड्डे के पास जमीन धंसी और रघुनाथ मंदिर के पीछे कमरे ढह गए। बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे बंद हो गया है और पेट्रोल पंपों को नुकसान पहुंचा है।
सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त
- पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी को जोड़ने वाला पुल बह गया, यूनिवर्सिटी में छुट्टी घोषित।
- प्रेमनगर नंदा की चौकी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग टूटा।
- मसूरी-देहरादून मार्ग और झड़ीपानी टोल के पास सड़कें टूटीं।
- देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लालतप्पड़ स्थित जाकन नदी पुल पर पानी पुल के ऊपर तक पहुंचा।
प्रशासन अलर्ट पर, सीएम ने किया निरीक्षण
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। डीएम सविन बंसल और एसडीएम कुमकुम जोशी राहत कार्यों की कमान संभाले हुए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार बचाव कार्य कर रही हैं। पुलिस ने कई मार्गों पर यातायात डायवर्ट किया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, चमोली, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल में येलो अलर्ट जारी किया है। 21 सितंबर तक प्रदेशभर में भारी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।