उत्तराखण्ड काशीपुर ज़रा हटके

पूजन,अर्चना करने के लिए मंदिरों में माँ के भक्तों की देखने को मिली लम्बी लम्बी कतारें….आज से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ….

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काशीपुर-(अब्दुल मलिक) काशीपुर में आज देशभर में आज से शारदीय नवरात्री का शुभारम्भ हो गया। इस अवसर पर काशीपुर में विभिन्न मंदिरों में माँ के प्रथम स्वरुप माँ शैलपुत्री का पूजन और अर्चना करने के लिए माँ के भक्तों की लम्बी लम्बी कतारें देखने को मिली। नगर के माँ मंशा देवी शक्तिपीठ मंदिर, माँ चामुंडा देवी शक्ति पीठ मंदिर के अलावा माँ बाल सुंदरी देवी मंदिर, चौराहे वाली माता मंदिर, गायत्री देवी मंदिर  समेत अनेक मंदिरों में माँ के शैलपुत्री स्वरुप की पूजा की गयी। मंदिरों में सुबह से ही माँ के भक्त अपनी अपनी बारी आने की प्रतीक्षा करते दिखे। श्राद्ध पक्ष के नवरात्री की शुरुआत आज से हो गयी !

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 शारदीय नवरात्री के आज से शुरू होने के अवसर पर देशभर के साथ साथ देवभूमि उत्तराखंड के मंदिरों में माँ के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो उठा। इस मौके पर काशीपुर में माँ के मंदिरों में विशेष सजावट देखी गयी तो वहीं भक्तों में भी माँ के प्रथम स्वरुप के रूप में माँ शैलपुत्री की पूजा अर्चना करने का उत्साह दिखा। माँ के भक्त लाइनों में लगकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करते दिखे। नगर के मंदिरों में माँ के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा करते भक्त दिखाई दिए। आज शुरू हुए नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा की जाएगी। नवरात्रि के नौ दिनों को बेहद पवित्र माना जाता है।

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इस दौरान लोग देवी के नौ रूपों की आराधना कर उनसे आशीर्वाद मांगते हैं। मान्‍यता है कि इन नौ दिनों में जो भी सच्‍चे मन से मां दुर्गा की पूजा करता है उसकी सभी इच्‍छाएं पूर्ण होती हैं। यह पर्व बताता है कि झूठ कितना भी बड़ा और पाप कितना भी ताकतवर क्‍यों न हो अंत में जीत सच्‍चाई और धर्म की ही होती है।

 माँ चामुंडा देवी शक्तिपीठ के मुख्य पुजारी पूरन चंद पांडेय ने नवरात्रि के महत्त्व को समझाया। उन्होंने बताया कि बीते 2 वर्षों से कोरोना के चलते मंदिरों में श्रद्धालु नहीं आ पा रहे थे लेकिन इस बार श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए जमकर आ रहे हैं। इस बीच मां के भक्तों के मुताबिक़ माँ चामुंडा मंदिर करीब सौ वर्षों पुराना है और यहाँ की मान्यता है कि यहाँ जो भी श्रद्धालु माँ का भक्त अपनी मन्नत और मनोकामना मांगता है वो जरूर पूरी होती है। माँ के भक्त भी मंदिरों में मास्क लगाकर पूजा करते दिखाई दिए। बीते 2 वर्षों से कोरोना के चलते मंदिरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं श्रद्धालु इस बार मां के दर्शन पाकर खुश दिखाई दिए।

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