उत्तराखण्ड ज़रा हटके लालकुआं

शहीद की शहादत को भुला बैठी सरकार, क्षेत्रवासियों का फूटा गुस्सा….

ख़बर शेयर करें -

लालकुआंअशोक चक्र से सम्मानित शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम पर स्वीकृत मिनी खेल स्टेडियम का निर्माण दस साल बाद भी शुरू नहीं हो सका है। इसको लेकर क्षेत्रवासियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर शहीदों की उपेक्षा का आरोप लगाया है।

बताया जाता है कि लालकुआं के बिंदुखत्ता निवासी शहीद मोहन नाथ गोस्वामी ने 2 सितंबर 2015 को जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेते हुए 10 आतंकियों को ढेर किया था और वीरगति प्राप्त की थी। उनकी शहादत के बाद केंद्र सरकार ने उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उनकी स्मृति में मिनी खेल स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी और इसके लिए 12 एकड़ भूमि आवंटित कर 10 लाख रुपये टोकन मनी भी जारी कर दी थी।

यह भी पढ़ें 👉  वन्यजीव सप्ताह पर कालागढ़ टाइगर रिजर्व में चला भव्य स्वच्छता अभियान, 30 से अधिक बैग कचरा हुआ एकत्र….

लेकिन एक दशक बीतने के बाद भी स्टेडियम का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। इस पर क्षेत्रवासियों का कहना है कि सरकार ने शहीद और उनके परिवार के सम्मान की अनदेखी की है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा ने शहीदों के सम्मान के बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम पर स्वीकृत स्टेडियम को केवल फाइलों तक सीमित रखकर क्षेत्रवासियों और शहीद परिवार को गुमराह कर रही है। उनका कहना है कि आठ साल से भाजपा सत्ता में होने के बावजूद स्टेडियम पर एक ईंट तक नहीं लगाई गई, जिससे सरकार की नीयत पर सवाल खड़े होते हैं। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही स्टेडियम निर्माण शुरू नहीं हुआ तो क्षेत्रवासी और कांग्रेसजन मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।

यह भी पढ़ें 👉  किसानों को नहीं होगी दिक्कत: जिलाधिकारी ने धान खरीद व्यवस्था पर दिए सख्त निर्देश….