सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसानों के खेतों में घुसा नहर का पानी आक्रोश में ग्रामीण…
काशीपुर- काशीपुर के ग्राम पैगा में सिंचाई विभाग की लापरवाही सामने आई है। जिसके तहत गांव से गुजर रही महादेव नहर की सफाई नहीं होने से गांव के सैकड़ों किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन में गेहूं की फसल चौपट हो गई है। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरअसल तुमड़िया डैम से निकलने वाली नहरों से उत्तराखंड तथा पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश आसपास के सीमावर्ती क्षेत्रों के किसानों को किसानी के लिए पानी की उपलब्धता होती है।
मगर तुमरिया डैम से निकलने वाली महादेव नहर का पानी पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से सटे सीमावर्ती पैगा गांव के किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। गांव के किसानों के मुताबिक महादेव नहर का पानी सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते अब नहर से खेतों की ओर को बढ़ गया है जिसका सबसे बड़ा कारण है कि सिंचाई विभाग के द्वारा सफाई ना कराया जाना है। ग्रामीणों के मुताबिक बीते दिनों उधम सिंह नगर जिले के जिलाधिकारी युगल किशोर पंत के द्वारा आयोजित की गई ई-चौपाल के माध्यम से ग्रामीणों के द्वारा यह समस्या प्रमुखता से उठाई गई थी। इस ई-चौपाल में उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने भी शिरकत की थी। नहर की सफाई तो हुई नहीं लेकिन नहर में पानी छोड़ दिया गया जिस कारण पानी गांव के किसानों के खेतों में घुस गया।

जिस वजह से गांव के किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन में उगाई गई फसल तबाह हो गई। ग्रामीण विनोद कुमार के मुताबिक यह समस्या नई नहीं है बल्कि यह समस्या काफी पुरानी है लेकिन इसका समाधान आज तक नहीं हो पाया है। उनके मुताबिक नुकसान प्रभावित किसानों मुआवजा मिलना चाहिए तथा नहर की सफाई भी की जानी चाहिए। वही इस संबंध में काशीपुर के उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह से जब इस बात पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जल्द ही नहर की सफाई करा दी जाएगी जिससे कि किसानों की समस्या का समाधान हो सके।
इस पूरे मामले पर काशीपुर के उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गांव के लोगों के द्वारा की गई शिकायत के आधार पर सिंचाई विभाग को नहर की सफाई करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह शिकायतकर्ता के द्वारा यह भी बताया गया कि नहर में झाड़ियां होने की वजह से पानी खेतों में आ गया है इसकी भी जांच करायी जाएगी। साथ ही किसानों का जो नुकसान हुआ है उसकी भी जांच कराई जाएगी तथा नहर में रुकावट को हटाने का प्रयास किया जाएगा।