रामनगर-जिस तरह से इनदिनों सरकार सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने का अभियान चला रही है उससे गरीब लोगों में पूरे प्रदेश में भय का माहौल बना हुआ है इसी क्रम में आज कल रामनगर में भी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू होने जा रही हैं। जिससे कि रामनगर में भी लगभग 25000 हज़ार की बड़ी आबादी घर से बेघर हो सकती है। अतिक्रमण की कार्यवाही को रोकने के लिए 24 मई कांग्रेस रामनगर में हल्ला बोल बोलने का मन बना चुकी हैं जिस तरह से प्रदेश में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने बुधवार को सरकार के खिलाफ हल्ला बोल का ऐलान किया है।
एक पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार पगला गई है। अभी तक जिन मंदिरों को बाढ़ से सुरक्षित रखने के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्यों के तहत सुरक्षित किया जाता रहा है, उन मंदिरों तक को यह सरकार अतिक्रमण के नाम पर उजाड़ना चाहती है। अभी तक दर्जनों मंदिरों को ध्वस्त किया जा चुका है। लेकिन सरकारी अधिकारी केवल मजारों के विध्वंस की वीडियो जारी करके पूरे मामले को सांप्रदायिक मोड़ देने का प्रयास कर रहे हैं। अतिक्रमण के चिन्हीकरण के लिए भी सरकार ने अतिक्रमणकारियों को हिन्दू अतिक्रमणकारी और मुस्लिम अतिक्रमणकारी के तहत सूचीबद्ध किया है। जो सरकार की समाज को विखंडित करने की खतरनाक मंशा को दिखाता है।
रावत ने कहा कि यह पहली सरकार है जो देश की मालिक जनता को ही अतिक्रमणकारी ठहराकर उसे अपराधी बनाने पर आमादा है। इस सरकार में जनता के पैसे पर पलने वाली सरकार और उसके अधिकारी अपने आप को देश का मालिक समझने की भूल कर रहे हैं। जबकि लम्बे समय से बसी इतनी व्यापक आबादी को बिना पुनर्वास और मुआवजे के किसी भी सूरत में नहीं हटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस नीति के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता बुधवार को सरकार के खिलाफ हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।
अभी सिंचाई, वन विभाग लोगों को नोटिस दे रहा है। लेकिन यह आग अभी और आगे जायेगी। शहरों में जिन लोगों की लीज समाप्त हो चुकी है या जो लाखों लोग नजूल भूमि पर बसे हुए हैं। आने वाले समय में इन सबको अतिक्रमणकारी का दर्जा देकर सरकार इन्हें उजाड़ने का मंसूबा बनाए हुए है। जिसे कांग्रेस पार्टी किसी भी हाल में सफल नहीं होने देगी। इस दौरान मीडिया प्रभारी विनय पडलिया भी मौजूद रहे।