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हिमाचल प्रदेश में आई बाढ़ में प्राकृतिक आपदा से हुई 12 लोगों की मौत…..

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लखनऊ- राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार के अनुसार हिमाचल प्रदेश में बाढ़ए अतिवृष्टि के कारण वहां फंसे यूपी के लोग सुरक्षित हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटे में प्राकृतिक आपदा से 12 लोगों की मौत हुई है। वहीं सात जिलों में 30 एमएम से अधिक वर्षा हुई है। हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और अतिवृष्टि में फंसे यूपी के लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत विभाग ने कवायद शुरू की है। हिमाचल में फंसे सात लोग सुरक्षित हैं। जबकि तीन लोगों से संपर्क नहीं हो सका। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार के अनुसार हिमाचल प्रदेश में बाढ़ए अतिवृष्टि के कारण वहां फंसे यूपी के लोग सुरक्षित हैं।

 

राहत विभाग के कंट्रोल रूम को देवरिया की प्रियंका ज्योतिए वाराणसी की रतिए गाजियाबाद के हेमंत शर्माए जालौन के कन्हैयाए शाहजहांपुर की अर्चनाए लखनऊ के परवेश और बदायूं के पंकज भी सुरक्षित हैं। मेरठ के आर्यन त्यागीए लखनऊ के मोण् शारिकए लखनऊ की आयुशी गोयल और बलरामपुर के अभय गौतम वापस लौट रहे हैं। कानपुर नगर के शिवांगए लखनऊ की आयुष तिवारीए और सीतापुर के गौरव श्रीवास्तव से संपर्क नहीं हो सका है। चंदौली में आकाशीय बिजली गिरने से 85 भेड़ों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित भेड पालकों को चार हजार रुपये प्रति भेड़ की दर से सहायता राशि तुरंत देने के निर्देश दिए हैं।

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मुख्यमंत्री ने आकाशीय बिजली गिरने से आहत परिवारों को हर संभव सहायत देने के निर्देश दिए हैं। हथिनी कुंड बैराज से लगभग 1ण्90 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से पश्चिमी यूपी के आठ जिले प्रभावित हुए हैं। शामलीए गाजियाबादए गौतमबुद्धनगरए अलीगढ़ए मथुराए आगराए फिरोजबाद व इटावा जिले के गांवों में जलभराव हुआ है। शामली में पांच गांव में जलभराव की स्थिति है लेकिन आबादी प्रभावित नहीं है। गाजियाबाद गौतमबुद्धनगरए अलीगढ़ए मथुराए आगराए फिरोजबाद व इटावा में बाढ़ की स्थिति नहीं है। सहारनपुर पहले से ही बाढ़ से प्रभावित है। लगभग 2000 लोग बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे हैं।

 

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बिजनौर व मुरादाबाद वर्षा के रेड अलर्ट के संबंध में स्थिति सामान्य है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में प्राकृतिक आपदा से 12 लोगों की मौत हुई है। वहीं सात जिलों में 30 एमएम से अधिक वर्षा हुई है। गढ़मुक्तेश्वर और बदायूं में कजलब्रिज पर गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर से बृहस्पतिवार को बाढ़ का पूर्वानुमान है। बाराबंकी में घाघरा नदी के एल्गिनब्रिज भी बढ़ते जल स्तर से बाढ़ का खतरा है। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार के अनुसार प्रदेश के कई जिलों में बीते 24 घंटे में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। बाराबंकीए बहराइचए गोंडाए हापुडण्ए कन्नौजए चित्रकूट और सोनभद्र में 30 एमएम से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश में 1 जून से वर्षा का औसत सामान्य के सापेक्ष 112 प्रतिशत है। प्रदेश के 16 जिलों में अत्यधिक वर्षाए 18 जिलों में सामान्य से ज्यादाए 19 जिलों में सामान्य और 18 जिलों में सामान्य से कम और चार जिलों में बहुत कम बरसात हुई है।

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आकाशीय बिजली गिरने से बाराबंकी में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पानी में डूबने से संतकबीर नगर में एकए फतेहपुर में एकए सुल्तानपुर में दो और सहारनपुर में पांच लोगों की मौत हुई है। सर्पदंश से गाजीपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। अतिवृष्टि से संभल में एक व्यक्ति की मौत हुई उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बदायूं में कचला ब्रिज पर गंगाए मुजफ्फरनगर के मावी में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सहारनपुर व मुजफ्फरनगर को छोड़कर कहीं भी अतिवृष्टि या जलभराव के कारण लोगों को बाढ़ शरणालय पर ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी है। सहारनपुर के 92 गांव तथा 16 नगरी मोहल्ले बाढ़ से प्रभावित है। इन क्षेत्रों के 512 लोगों को 9 बाढ़ शरणालय में रखा गया है। मुजफ्फरनगर के बाढ़ से प्रभावित दो गांवों के 200 लोगों को बाढ़ शरणालय में रखा गया है।