गाजियाबाद- पॉश इलाकों में राहगीरों से चेन स्नेचिंग करने वाले गिरोह के दो लुटेरों को कविनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये 2015 से लूटपाट कर रहे हैं। करीब 100 वारदात कर चुके हैं। पांच बार जेल जाने के बाद भी इन्होंने अपराध करना नहीं छोड़ा है। पूछताछ में पता चला कि लुटेरे दहेज में मिली बाइक से लूट की वारदात कर रहे थे। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए लुटेरे नंदनगरी दिल्ली निवासी इमरान और बागपत के रटौल खेकड़ा निवासी रिहान है।
22 सितंबर को इन्होंने आरडीसी निवासी कविता शर्मा से चेन लूट की थी। घटना का खुलासा करने के लिए टीमें लगी थीं। 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद टीम इन लुटेरों तक पहुंची है। 22 सितंबर को वारदात करने के बाद करीब 70 किलोमीटर आरडीसी से डासना, दुहाई, मुरादनगर, फर्रूखनगर, अशोक नगर होते हुए नंदनगरी पहुंचे थे। पूछताछ में लुटेरों ने बताया कि ये लूटे गए गहनों को सुनार को सस्ते दामों में बेच देते थे। एसीपी ने बताया कि सुनार व गिरोह के अन्य लुटेरों के बारे में जानकारी की जा रही है।
उन्हें भी ट्रेस कर जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। एसीपी ने बताया कि आपराधिक इतिहास खंगालने पर पता चला कि लूट, चोरी, छिनैती, आर्म्स एक्ट की धाराओं में रिहान पर 77 और इमरान पर 22 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से रिहान पर 55 मुकदमे दिल्ली के हैं जबकि इमरान पर दिल्ली के आठ मुकदमे हैं। पांच बार जेल जा चुके हैं। एसीपी ने बताया कि इनके पास से बरामद बाइक के बारे में जानकारी करने पर पता चला कि बाइक रिहान के ससुर के नाम पर है जो उसे दहेज में मिली थी। इसी बाइक से वह लूटपाट कर रहे हैं।