देहरादून – उत्तराखंड की महिलाएं अब जीवन के हर पड़ाव पर आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनेंगी। धामी सरकार जल्द ही प्रदेश की वृद्ध और असहाय महिलाओं के लिए एक नई कल्याणकारी योजना लेकर आ रही है। इस योजना के तहत वृद्ध महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और भावनात्मक संबल प्रदान किया जाएगा।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने सोमवार को विधानसभा भवन स्थित सभागार में विभागीय अधिकारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ एक अहम बैठक कर इस योजना की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए।
रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार आधी आबादी की उन्नति और सम्मान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में पहले से ‘महिला सारथी योजना’, ‘महिला एवं बालमुखी सहायता योजना’ और ‘एकल महिला स्वरोजगार योजना’ जैसी योजनाएं सफलतापूर्वक संचालित हो रही हैं। अब सरकार का लक्ष्य है कि बुढ़ापे में कोई भी महिला असहाय या उपेक्षित महसूस न करे।

रेखा आर्या ने बताया —
“हमारी दादी-नानियां समाज की रीढ़ हैं। उनकी सेवा और सम्मान हमारी संस्कृति की पहचान है। सरकार चाहती है कि वृद्ध महिलाओं को न केवल आर्थिक मदद मिले, बल्कि उन्हें मानसिक शांति और भावनात्मक सुरक्षा भी प्राप्त हो।”
बैठक में निर्णय लिया गया कि पूरे प्रदेश में जनपदवार महिला सम्मेलन आयोजित कर वृद्ध महिलाओं से सीधे संवाद किया जाएगा। उनके अनुभव, आवश्यकताओं और सुझावों को ध्यान में रखकर योजना का अंतिम मसौदा तैयार किया जाएगा, जिसे जल्द ही शासन की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजना में ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों की वृद्ध महिलाओं की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाए और उन्हें पोषण, स्वास्थ्य देखभाल तथा सामाजिक सुरक्षा से जोड़ा जाए। बैठक में सचिव चंद्रेश कुमार, विक्रम सिंह, मोहित चौधरी, नीतू फुलेरा सहित विभागीय अधिकारी और विभिन्न एनजीओ प्रतिनिधि मौजूद रहे।