ईद-ए-मीलाद-उन-नबी का त्योहार मनाया गया। इस्लाम धर्म का यह एक मुख्य त्योहार है। अरबी भाषा में इसका शाब्दिक अर्थ है ‘जन्म’ और ‘मौलिद-उन-नबी’ का तात्पर्य है ‘हजरत मुहम्मद साहब का जन्मदिन’. प्रतिवर्ष यह त्योहार 12 रबी अल-अव्वल को मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक़, हजरत मोहम्मद साहब का जन्म रबि-उल-अव्वल माह के 12वें दिन 570 ई. को मक्का मदीना में हुआ था। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी रानीखेत में ईद-मिलादुन-नबी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
हर वर्ष की भांति बाजार में सुबह जलूस निकाला गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नात शरीफ पढ़ते हुए जलूस निकाला। उसके पश्चात गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्साल में जाकर मरीजों को फल वितरित किये गए। और वहाँ पर जामा मस्जिद ईमाम शोएब राजा के साथ सी०एम०एस० डॉ० के०के० पांडेय व डॉ० दीक्षित, हॉस्पिटल स्टॉफ व मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश की खुशहाली, सेना व पुलिस की सलामती, आपसी भाईचारे, मरीजों और डॉक्टरों के लिए अल्लाह से दुआ की गई।
इसके बाद रात को जामा मस्जिद में लंगर (भंडारे) का आयोजन किया गया। पूरे मुस्लिम समाज ने कार्यक्रम को सफल बनाने के शासन-प्रशासन, हॉस्पिटल स्टॉफ एवं सभी के सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया। कार्यक्रम में जामा मस्ज़िद सदर मो० ईरफान, मौज्जन अली हुसैन, मो० अफज़ल, मेहमूद हुसैन, रियाज़ खान, नईम अहमद, रहमतुल्लाह, अकबर हुसैन मो० शाहनावाज़, सोनू सिद्दीकी, शादाब, मो० मोईन, गुड्डू खान, मो० राशिद, मो० शादाब, सलीम अहमद, मो० शफी, मो० सलीम सहित मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित रहे।
