मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण (SMHA) एवं एसटीएफ (Special Task Force) की संयुक्त टीम द्वारा पूरे प्रदेश में चल रहे सभी नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्रों का निरीक्षण किया जाएगा। प्रदेश में करीब १३६ पंजीकृत केंद्रों के अतिरिक्त अनुमानतः २०० से अधिक ऐसे केंद्रों संचालित हो रहे हैं जो नहीं हुए हैं और सरकारी मानकों का उल्लंघन कर रहे हैं ।
स्वास्थ्य विभाग की बैठक में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण के अथवा न्यूनतम मानकों का पालन न करने वाले केंद्रों पर त्वरित एवं सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे केंद्रों को पहले नोटिस देकर पंजीकरण करवाने का अवसर दिया जाएगा, अन्यथा उन्हें अवैध घोषित कर बन्द किया जाएगा ।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने बताया कि निरीक्षण टीमों में SMHA प्रतिनिधि, STF अधिकारी, लैब तकनीशियन (रोगियों के यूरिन टेस्ट के लिए), NCB और FDA के पदाधिकारी शामिल होंगे। निरीक्षण के दौरान SOP (Standard Operating Procedure) के अनुपालन, स्टाफ व सुविधाओं की स्थिति, काउंसलिंग एवं पुनर्वास व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी
