रुद्रपुर – स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, तराई क्षेत्र के संस्थापक और जनसेवा के प्रतीक पंडित राम सुमेर शुक्ल जी की 47वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज, रुद्रपुर परिसर में एक भव्य श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। मुख्यमंत्री ने पंडित शुक्ल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके जीवन परिचय शिलापट्ट का अनावरण किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 11 विशिष्ट नागरिकों को सम्मानित किया और कहा कि यह पंडित शुक्ल जी के योगदान को स्मरण करने और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का अवसर है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने तराई क्षेत्र के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि लालपुर-नगला मोटरमार्ग से अंबेडकर कॉलोनी तक सड़क का डामरीकरण, किच्छा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उप जिला चिकित्सालय में उच्चीकरण, पंडित राम सुमेर शुक्ल राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आगामी सत्र से इंटरमीडिएट कक्षाओं का शुभारंभ और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांवों में सेनानी भवनों का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनके लिए गर्व और सौभाग्य का विषय है कि वे ऐसे महामानव की पुण्यतिथि पर उपस्थित हैं, जिन्होंने अपना जीवन राष्ट्र, समाज और जनसेवा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि पंडित शुक्ल जी ने युवावस्था से ही राष्ट्र के लिए कार्य करना प्रारंभ कर दिया था। 1936 में लाहौर अधिवेशन के दौरान उन्होंने मोहम्मद अली जिन्ना के द्विराष्ट्रवाद सिद्धांत का खुले मंच पर विरोध कर पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। गांधीजी के आदर्शों से प्रेरित होकर उन्होंने कानून की प्रैक्टिस छोड़कर स्वतंत्रता संग्राम को अपना जीवन उद्देश्य बना लिया। कई बार जेल जाने और यातनाएँ सहने के बावजूद वे अपने संकल्प से कभी पीछे नहीं हटे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान पंडित शुक्ल जी ने युवाओं को संगठित कर आंदोलन को नई दिशा और गति दी। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी उन्होंने राष्ट्रहित और किसानों के कल्याण के लिए कार्य किया। तराई कॉलोनाइजेशन योजना के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने तराई के विकास की मजबूत नींव रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज रुद्रपुर और पूरा तराई क्षेत्र जिस स्वरूप में विकसित हुआ है, उसकी आधारशिला पंडित शुक्ल जी की दूरदृष्टि और राष्ट्रनिष्ठा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि उनके पुत्र पूर्व विधायक राजेश शुक्ला भी आज उसी भावना से तराई क्षेत्र के समग्र विकास में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। सरकार राज्य के शहरों से लेकर सुदूर गांवों तक सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल और उद्योग के क्षेत्र में व्यापक कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि रुद्रपुर में श्रद्धेय पंडित शुक्ल जी के नाम पर स्थापित राजकीय मेडिकल कॉलेज में उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रुद्रपुर में 590 करोड़ रुपये की लागत से बाईपास निर्माण, चार लेन सड़क परियोजनाओं, मानूनगर-गदरपुर-दिनेशपुर-मटकोटा होकर हल्द्वानी तक सड़क चौड़ीकरण और रुद्रपुर रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण जैसे अनेक प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जल निकासी की समस्या को हल करने के लिए मास्टर ड्रेनेज प्लान को मंजूरी दी गई है, वहीं महिलाओं की सुविधा के लिए पिंक टॉयलेट्स का निर्माण भी तेजी से हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्रपुर में उत्तराखंड का पहला कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट 15 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है, जबकि 17 करोड़ की लागत से एडवांस कूड़ा प्रबंधन प्लांट भी स्थापित किया गया है। इसके अलावा किच्छा में 351 करोड़ रुपये की लागत से एम्स ऋषिकेश का सैटेलाइट सेंटर और पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने गदरपुर, खटीमा और किच्छा में बाईपास और बस अड्डों के निर्माण के साथ-साथ रुद्रपुर, गदरपुर और चकरपुर में आधुनिक खेल सुविधाएँ भी विकसित की हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार काशीपुर में अरोमा पार्क, सितारगंज में प्लास्टिक पार्क, पंतनगर में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क और खुर्पिया में इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी जैसी परियोजनाओं के माध्यम से तराई क्षेत्र को औद्योगिक दृष्टि से अग्रणी बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जमरानी बहुउद्देशीय बांध परियोजना के पुनः आरंभ से तराई क्षेत्र की पेयजल और सिंचाई समस्या का स्थायी समाधान होगा। साथ ही, गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के लिए ₹30 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य वृद्धि का निर्णय लिया गया है, जिससे लाखों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम संयोजक और पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने मुख्यमंत्री और अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत के नेतृत्व में पंडित राम सुमेर शुक्ल जी ने तराई क्षेत्र को बसाने का कार्य किया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी तराई क्षेत्र के विकास का स्वप्न साकार कर रहे हैं — मेडिकल कॉलेज, एम्स सैटेलाइट सेंटर, इंडस्ट्रियल स्मार्ट पार्क और एयरपोर्ट जैसी परियोजनाएँ उनकी दूरदर्शी सोच का परिणाम हैं। राजेश शुक्ला ने कहा कि “धामी है तो हामी है,” मुख्यमंत्री ने राज्य में यूसीसी, कठोर नकल विरोधी कानून जैसे ऐतिहासिक निर्णय लेकर देश के सामने मिसाल पेश की है।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री धामी पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के आवास पहुँचे, जहाँ उन्होंने उनकी माता जी से आशीर्वाद लिया और पारिवारिक स्नेहपूर्वक भोजन ग्रहण किया। इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा, मेयर विकास शर्मा, दीपक बाली, अनिल कपूर डब्बू, फरजाना बेगम, मंजीत सिंह, उत्तम दत्ता, डीएम नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, सीडीओ दिवेश शशनी, एडीएम कौस्तुभ मिश्र, एसपी क्राइम निहारिका तोमर, एएसपी डॉ. उत्तम सिंह नेगी, सीएमओ डॉ. के.के. अग्रवाल, सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

