उत्तराखण्ड ज़रा हटके रुद्रपुर

आखिर क्यों अपनी जान जोखिम में डालकर बच्ची मांग रही हैं भीख….

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यह है मेरे देश का भविष्य एक तरफ नेताओं की बड़ी-बड़ी घोषणाएं बड़ी-बड़ी बातें दूसरी तरफ जमीनी हकीकत कुछ और….

रुद्रपुर- एक तरफ हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 2024-25 देश को विश्व गुरु बनाने की बात कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ देश की हालत पर नजर डालें तो देश के नन्हे नोनिहाल की हालत बद से बदतर नजर आती है एक रिपोर्ट हम आपको दिखा रहे हैं उत्तराखंड के उधम सिंह नगर मुख्यालय में जो 5 साल की बच्ची अपने पेट भरने के लिए किस तरीके से अपनी जान को जोखिम में डालकर रस्सी पर चलकर भीख मांग रही है और दूसरी तरफ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 2029 तक उत्तराखंड को विश्व में सबसे खुशाल प्रदेश बनाने की बात कर रहे हैं जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से जहां एक नन्ही मासूम बच्ची अपने पेट भरने के लिए किस तरीके से अपनी जान को जोखिम में डालकर तीन नाबालिग बच्चे जो छत्तीसगढ़ बिलासपुर के रहने वाले हैं

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और उधम सिंह नगर में आकर अपने पेट को पालने का काम कर रहे हैं हमाने जब उनसे जानकारी ली तो उसका बड़ा भाई विवेक उसका दूसरा भाई मनीष और बहन सोनी नाम की जो बच्चे उन्होंने बताया कि हमारी आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण हम लोग यह खेल तमाशा दिखा कर अपने पेट भरते हैं और अपने परिवार का खर्चा चलाते हैं सवाल उठता है एक तरफ देश के प्रधानमंत्री देश को विश्व गुरु बनाने की बात कर रहे हैं दूसरी तरफ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री 2029 तक उत्तराखंड प्रदेश को विश्व में नंबर 1 बनाने की बात कर रहे हैं लेकिन इन नन्हे मासूमों की तरफ किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या  किसी भी देश के मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित नहीं होता है जी हां आपको बता दे यह बहुत गंभीर मुद्दा है

 

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इस तरीके से लाखों-करोड़ों बच्चे शिक्षा,स्वास्थ्य से वंचित रहकर अपने भविष्य को अंधकार में डाल रहे हैं अगर सरकार इनके भविष्य की चिंता करें तो यह बच्चे भी फौजी इंजीनियर या आईएस पीसीएस पढ़ लिख कर आगे बढ़ सकते हैं लेकिन सवाल उठता है कि बड़ी-बड़ी योजनाएं तो बनती हैं लेकिन वह महेज फाइलों में दबकर रह जाती हैं अब देखते हैं इस रिपोर्ट के बाद कितना अधिकारी और नेताओं पर असर होता है और इन नन्हे मासूमों को कुछ न्याय मिलता है या नहीं यह तो आने वाला वक्त बताएगा ।

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