कोटद्वार – संस्कृत सप्ताह के उपलक्ष्य में संस्कृत भारती, कोटद्वार के संयुक्त तत्वावधान में मालिनी वैली कॉलेज ऑफ एजुकेशन में सात दिन की संस्कृत भाषा कार्यशाला का शुभारंभ बुधवार को हुआ। कार्यक्रम में संस्कृत भारती, कोटद्वार के नगर अध्यक्ष डॉ रमाकांत कुकरेती, शिक्षक डॉ कुलदीप मैनदोला, प्राचार्या डॉ संगीता नेगी, मनमोहन काला, सत्य नारायण नौटियाल, दीपक गौड़, स्वेता रावत, डॉ प्रभा जोशी, डॉ हेमलता नेगी, नीलम बिष्ट, बीना रावत, मुकेश सुन्द्रीयाल, पंकज ध्यानी, इतेंद्र नैथानी, आंचल बिष्ट, प्रियंका और कॉलेज के अन्य कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। प्रास्ताविक भाषण देते हुए कुलदीप मैनदोला ने संस्कृत शब्दों की विस्तृता और संस्कृत में नये शब्द गढ़ सकने की अतुलनीय क्षमता पर प्रकाश डाला।
दीपक गौड़ ने बताया कि हम अंग्रेज़ी हिन्दी भाषा के साथ संस्कृत को भी सीखें। एस. एन. नौटियाल ने कहा कि सारे शास्त्र हमारे संस्कृत में ही है। डा. रमाकांत कुकरेती ने कहा कि हम सब प्रतिदिन हिन्दी एवं अन्य भाषाओं में संस्कृत ही बोल रहे हैं परन्तु संस्कृत संभाषण के बाद हमें पता लग पाता है। मनमोहन काला ने कहा कि हम जो संस्कृत सूक्तियां बोलते हैं वो हमारे शास्त्रों के सिद्धांत है। डा.संगीता नेगी ने भाषा कार्यशाला में कहा कि संस्कृत हमारे भारत की सांस्कृतिक भाषा है। आंचल बिष्ट ने ध्येय मंत्र व सम्भाषण करवाया, पंकज ध्यानी ने सभी का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन किया। स्टाफ ने हिंदी अंग्रेजी के साथ संस्कृत सम्भाषण करते हुए चर्चा परिचर्चा की। यह भाषा कार्यशाला 12 अगस्त तक चलेगी।