देहरादून- देहरादून रिखणीखाल विकास समिति ने दिनांक 13 जुलाई, 2024 को जे पी प्लाजा, कारगी चौक, देहरादून मेें एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित कर कठुआ में आतंकवादियों के हमले में वीर गति को प्राप्त हुए शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया।इस हमले में भारतीय सेना के 22 वीं बटालियन दि गढ़वाल राइफल्स के 5 जवान शहीद हुए थे। जिसमें नायब सुबेदार आनन्द सिंह रावत, हवलदार कमल सिंह रावत, नायक विनोद भंडारी, राइफलमैन आदर्श नेगी,राइफलमैन अनुज नेगी वीरगति को प्राप्त हुए।
गौरतलब है कि इनमें हवलदार कमल सिंह रावत ग्राम पापड़ी (नौदानू) रिखणीखाल तथा राइफलमैन अनुज नेगी ग्राम डोबरिया, रिखणीखाल के निवासी थे।इस वाहन का चालक हवलदार कमल सिंह रावत ही था,जिसमें सबसे पहली गोली इसी को लगी।बगल की सीट पर नायब सुबेदार आनन्द सिंह बैठे। इन सभी के छायाचित्रों पर फूल माला अर्पित कर सच्ची व विनम्र श्रद्धांजलि दी।इसी सन्दर्भ में सुबेदार मेजर जयपाल सिंह रावत, मेजर श्याम सिंह गुसांई हीरा सिंह नेगी ने वक्तव्य देकर सरकारों को चेताया कि अब बह हो गया है।कब तक हमारे जवान शहीद होते रहेगें।
इस उग्रवाद आतंकी हमलों पर सरकार तुरन्त रोक लगाये।अब भाषण बाजी बहुत हो गई है।उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि अन्य प्रदेशों की सरकार शहीदों को एक करोड़, पच्चास लाख तक धनराशि देती है जबकि उत्तराखण्ड सरकार 10 लाख मेें ही टरका रही है।जिसे बढ़ाकर कम से कम 50 लाख किया ही जाना चाहिए। शहीद की कोई कीमत नहीं होती है,लेकिन उसके परिवार के भरण-पोषण, शिक्षा दीक्षा, रहन-सहन आदि के लिए इस धनराशि को बढाया जाये।ताकि शहीद सैनिकों के परिवार व आश्रितों का मनोबल बना रहे।
श्रद्धांजलि सभा मेें मनवर सिंह रावत, जयपाल सिंह रावत, प्रभुपाल सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह, राजवीर सिंह रावत, रूप सिंह रावत, लीला सिंह रावत, गोपाल गुसाई, श्याम सिंह गुसांई, नरोत्तम नेगी,ओमप्रकाश जोशी, राम सिंह बिष्ट, कल्पना बिष्ट, लक्ष्मण सिंह, हीरा सिंह नेगी,आदि लोग उपस्थित रहे।