रुद्रपुर-(अब्दुल मलिक) आपको बता दें अभी कुछ दिन पहले रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज राम सुमेर शुक्ला की पुण्यतिथि पर उत्तराखंड प्रदेश के गवर्नर कर्नल गुरमीत सिंह मेडिकल कॉलेज में आए थे और उनका अभिभाषण चल रहा था उसी बीच रामकुमार नाम के एक बुजुर्ग ने महामाई राज्यपाल के प्रोटोकॉल तोड़ने की कोशिश की जिस पर वहां पर मौजूद प्रशासनिक एवं पुलिस ने उन बुजुर्ग को रोकते हुए सेफ रूम ले गए वहां पर उसने कृष्णा क्रिटिकल केयर सेंटर पर गंभीर आरोप लगाए जिस पर जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने संज्ञान लेते हुए महामाई राज्यपाल महोदय के जाने के तत्काल बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को सभी हॉस्पिटल एवं झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई को शुरू कर दी
लेकिन सवाल ये उठता है कि अभी तक किसना क्रिटिकल केयर सेंटर के खिलाफ कोई भी कार्रवाई एवं मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया जिसकी वजह से यह जांच के आदेश दिए गए उधर कृष्णा क्रिटिकल केयर सेंटर का स्वामी अपने आप को बचाने के उद्देश्य राजनीतिक सपोर्ट लेने की कोशिश कर रहा है एक तरफ उधम सिंह नगर के सांसद अजय भट्ट को बुलाकर कैंप लगाकर जांच से बचने की कोशिश कर रहा है दूसरी तरफ ब्लड डोनेट करने के नाम से क्षेत्रीय विधायक शिव अरोड़ा को बुलाकर अधिकारियों के बीच में अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा है अब सवाल उठता है कि इतना कुछ होने के बावजूद क्षेत्रीय विधायक एवं सांसद ऐसे हॉस्पिटल की तारीफ कर रहे हैं जो काफी समय से सुर्खियां बटोर रहा है
और दर्जनों बच्चों का हत्यारा है जब इस हॉस्पिटल का उद्घाटन होना था तो माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा होना था लेकिन जब माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अखबार में छपा इसकी असलियत का पता लगा तो माननीय पुष्कर सिंह धामी ने भी इसका उद्घाटन नहीं किया जब के देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का यह कहना है और उत्तराखंड के मुखिया पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि भ्रष्टाचारी और भ्रष्ट हॉस्पिटलों को बख्शा नहीं जाएगा उसके बावजूद भी राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य जगह-जगह कैंप और ब्लड डोनेट करा कर अधिकारी को और जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है

जबकि कृष्णा क्रिटिकल केयर सेंटर की जांच की जाए तो इस हॉस्पिटल के अंदर मानक के आधार पर कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है डॉक्टर पारस अग्रवाल जो अपने आप में चाइल्ड स्पेशलिस्ट लिखते हैं सही मायनों में उनके पास चाइल्ड स्पेशलिस्ट की डिग्री भी नहीं है और तो और कृष्णा क्रिटिकल केयर सेंटर द्वारा गुरु नानक स्कूल के सामने जब यह हॉस्पिटल हुआ करता था तो आयुष्मान कार्ड घोटाले में डॉ गौरव अग्रवाल और उनके पिता विजय अग्रवाल पर आयुष्मान कार्ड में घोटाला करने के आरोप भी लग चुके हैं
और रुद्रपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत है उसके बावजूद भी क्षेत्रीय विधायक और क्षेत्रीय सांसद ऐसे हॉस्पिटल की हवाई करना अपराध को बढ़ावा देने जैसी बात है जबकि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है और माननीय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का यह सपना है के भ्रष्टाचारी को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा