हल्द्वानी/लालकुआं – क्षेत्र के बिंदुखत्ता से दर्जनों पीड़ित लोग मंगलवार को हल्द्वानी पहुंचे, जहाँ उन्होंने रिटायर्ड पुलिस दरोगा हीरालाल आगरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रशासन से निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की।
पीड़ितों के अनुसार, हीरालाल आगरी द्वारा क्षेत्र में पूर्व सैनिक, शहीद परिवार और एससी समाज के लोगों की जमीनों पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। विरोध करने पर उन पर एससी/एसटी एक्ट के तहत झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए जाते हैं, जिससे लोग मानसिक और सामाजिक रूप से परेशान हैं।
इन लोगों की जमीन पर कब्जे की कोशिश:

- पूर्व सैनिक रमेश चंद्र मिश्रा
- प्रभात पाल
- शहीद परिवार के मनोज सिंह खोलिया (कारगिल शहीद जीवन सिंह खोलिया के भाई)
- विक्रम पाल सिंह, महेंद्र देवलिया, कैलाश चंद्र डालाकोटी, किशन सिंह राणा सहित कई अन्य।
रमेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि जब वे अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करवा रहे थे, तो हीरालाल, उसकी पत्नी और पुत्र बलराज आगरी ने वहां आकर पत्थरबाजी, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी। निर्माण कार्य कर रहे मजदूर भी भयभीत हो गए।
पूर्व में भी कई झूठे केस
स्थानीय लोगों ने बताया कि हीरालाल द्वारा पहले भी कई निर्दोष युवकों पर एससी एक्ट के तहत झूठे केस दर्ज कराए गए हैं, और मुकदमे वापस लेने के बदले पैसे की मांग की जाती है। यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा है।
शहीद के परिवार तक को नहीं छोड़ा
कारगिल शहीद जीवन सिंह खोलिया की जमीन पर भी हीरालाल द्वारा कब्जे की कोशिश की गई है। यह बात जानकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश है।
एससी समाज के लोग दहशत में
स्थानीय एससी समाज के लोग खास तौर पर हीरालाल के आतंक और उत्पीड़न से बेहद परेशान हैं। लोगों का कहना है कि हीरालाल और उसके बेटे बलराज द्वारा विक्रम पाल, प्रेम प्रकाश, रमेश कुमार पर हमले और धमकी जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं।
जनता की माँग: निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई
बिंदुखत्ता से आए पीड़ितों ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मांग की है कि:
- मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए,
- झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं,
- हीरालाल आगरी, उसके पुत्र बलराज और भतीजे राजकुमार पर कड़ी कार्रवाई हो।
स्थानीय जनता की एक स्वर में मांग है:
“बिंदुखत्ता को हीरालाल के आतंक से मुक्त किया जाए।”