उत्तराखण्ड ज़रा हटके हरिद्वार

मुख्यमंत्री के निर्देश पर हरिद्वार में सफाई अभियान का 15वां दिन जिलाधिकारी की निगरानी में प्लास्टिक कचरे से मुक्त हो रहा जनपद….

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हरिद्वार – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में धर्मनगरी हरिद्वार को स्वच्छ, क्लीन और मॉडल जनपद के रूप में विकसित करने के लिए जिला प्रशासन का अभियान लगातार तेज़ी पकड़ रहा है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के नेतृत्व में शुरू हुआ यह अभियान अब जन-आंदोलन का रूप ले चुका है। आज इस व्यापक सफाई मुहिम का 15वां दिन रहा, और इस दौरान शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण अंचलों व राष्ट्रीय राजमार्गों तक सफाई व्यवस्था को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूर्ण समर्पण के साथ कार्य किया।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि मुख्यमंत्री के “स्वच्छ हरिद्वार, सुंदर हरिद्वार” के संकल्प को धरातल पर उतारना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मैदान में उतरकर स्वयं सफाई कार्यों की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक क्षेत्र — चाहे वह नगर, ग्राम या हाइवे — स्वच्छता की दृष्टि से आदर्श बने। जिलाधिकारी स्वयं भी सफाई कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहे हैं और प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं।

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आज के अभियान में पूरे जनपद के विभिन्न विभागों और निकायों ने सक्रिय भूमिका निभाई। अधिशासी अभियंता (एनएचएआई) अतुल शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग-334 क्षेत्र में शंकराचार्य चौक फ्लाईओवर और आसपास के क्षेत्रों की विशेष सफाई कराई गई। खंड विकास अधिकारी लक्सर परवीन भट्ट ने ब्लॉक लक्सर अंतर्गत कई स्थानों पर साफ-सफाई कराई, वहीं खंड विकास अधिकारी नारसन सुभाष सैनी ने लिब्बरहेड़ी, अर्चनपुर, नूरपुर और भूरपुर ग्राम पंचायतों में सामूहिक सफाई अभियान चलाया।

नगर पंचायत झबरेड़ा के अधिशासी अधिकारी हरीश रावत ने बताया कि किसान चौक, अमर किसान चौक और मुख्य मार्गों पर सड़क व नालियों की सफाई के साथ-साथ कूड़ा उठाने और नालियों की सफाई कार्य निरंतर चल रहा है। इसी तरह अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत संजय खंडूरी ने बताया कि बहादराबाद पृथ्वीराज चौक और आसपास के क्षेत्रों में सफाई अभियान के दौरान करीब 10 टन कचरा, गोबर और मिट्टी हटाई गई। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अभियान के दौरान एकत्र प्लास्टिक कचरे को सभी विकासखंडों के कॉम्पेक्टर सेट तक भेजा जा रहा है, जहाँ सेग्रीगेशन कर बेल (बंडल) तैयार किए जा रहे हैं। अब तक करीब 15 क्विंटल प्लास्टिक पन्नियों के बेल तैयार किए जा चुके हैं।

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जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि जनपद में सभी देशी व विदेशी मदिरा दुकानों के आसपास भी साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा है ताकि धार्मिक नगरी की छवि और स्वच्छता पर कोई आंच न आए। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि यह अभियान केवल सरकारी नहीं, बल्कि जनसहभागिता से प्रेरित सामूहिक प्रयास है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें और सफाई कर्मचारियों के साथ सहयोग करें। उन्होंने कहा —

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“धर्मनगरी हरिद्वार न केवल आस्था की भूमि है, बल्कि यह पूरे देश के लिए स्वच्छता और अनुशासन का उदाहरण बने — यही हमारा लक्ष्य है।” हरिद्वार में चल रहे इस अभियान का असर अब स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। मुख्य मार्गों, चौकों, वार्डों और गांवों में साफ-सफाई व्यवस्था पहले से कहीं बेहतर हुई है। प्रशासन की सख्ती और टीम भावना से जनपद हरिद्वार धीरे-धीरे “क्लीन, ग्रीन और मॉडल जिला” बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।