देहरादून – उत्तराखंड में जारी मूसलधार बारिश और उससे हो रहे नुकसान को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को आगामी दो महीनों तक चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर रहने के सख्त निर्देश दिए हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर मुख्यमंत्री ने हालात की समीक्षा की और राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मौसम विभाग ने प्रदेश के 9 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और भी गंभीर मानी जा रही है। मुख्यमंत्री धामी ने विशेष रूप से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के जिलाधिकारियों को चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतज़ाम करने के आदेश दिए हैं। यात्रा को अगले 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है।
बड़कोट में बादल फटने से मची तबाही:
उत्तरकाशी के बड़कोट क्षेत्र में बादल फटने से कई मजदूर लापता हो गए थे। राहत की बात यह है कि 29 में से 20 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि दो के शव बरामद किए गए हैं। सात मजदूर अभी भी लापता हैं।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि नदी-नालों व संवेदनशील इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था कर उनका डाटा बेस तैयार करने व समय पर अस्पताल पहुंचाने की भी बात कही गई है। साथ ही, भूस्खलन से बाधित सड़कों को शीघ्र बहाल करने के आदेश दिए गए।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद:
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।