उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में 68% मतदान दर्ज हुआ, जिसमें 63% पुरुष और 73% महिला मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया । यह मतदान 49 विकासखंडों में शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुआ और कई बूथों पर रात तक लंबी कतारें लगी रहीं । विशेष रूप से प्रवासी मतदाताओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही, जिनमें से कई ने शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों पर प्रधान पद के उम्मीदवारों के साथ संवाद करके मतदान तक पहुंच सुनिश्चित किया ।
नारायणबगड़, थराली और देवाल विकासखंडों में मतदान क्रम में, कोट (उत्तरी कड़ाकोट पट्टी) जैसे गांवों में उफनते गदेरे को पार कर बुजुर्ग व महिला मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुँचाया गया लोकतांत्रिक दृढ़ता की प्रेरक मिसाल । दिल्ली, देहरादून, चंडीगढ़, नोएडा व जयपुर जैसे शहरों से आए प्रवासी मतदाताओं की संख्या ने प्रधान पद के चुनावी रुझान को निर्णायक रूप से प्रभावित करने की संभावना जताई, और यह असर केवल ग्राम प्रधान तक सीमित न रहकर क्षेत्र एवं जिला पंचायत स्तर तक पहुँचेगा