नैनीताल – विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के अवसर पर जिले में शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली सराहनीय पहल देखने को मिली। मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत हाईस्कूल और इंटरमीडिएट स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली अल्पसंख्यक समुदाय की मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद, रामनगर बोर्ड तथा उत्तराखंड मदरसा बोर्ड, देहरादून से संबद्ध हाईस्कूल, मुंशी/मौलवी, इंटरमीडिएट एवं आलिम परीक्षाओं में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाली तथा विभाग द्वारा चयनित कुल पांच बालिकाओं को मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन का सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने छात्राओं के अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करें और उनके सपनों को साकार करने में हरसंभव सहयोग दें।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि अल्पसंख्यक मेधावी बालिकाओं को प्रोत्साहन देकर न केवल उन्हें आगे बढ़ने का अवसर मिलता है, बल्कि समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता और समान अवसर का संदेश भी जाता है।
इस अवसर पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नंदनी तोमर भी उपस्थित रहीं। उन्होंने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि विभाग भविष्य में भी ऐसी योजनाओं के माध्यम से प्रतिभावान छात्राओं को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा।

