उत्तराखण्ड कोटद्वार ज़रा हटके

कोटद्वार के स्कालर एकेडमी के फाईन आर्ट्स के विद्यार्थियों द्वारा अपनी कलाओं से निखारा जा रहा है महाबली का परिसर…..

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कोटद्वार- कोटद्वार में पिछले कई सालों से दिसम्बर माह में तीन दिवसीय मेले का आयोजन मंदिर समिति द्वारा किया जाता रहा है। मेले में देश विदेश से बाबा के भक्तों के साथ तीर्थयात्री व श्रृद्धालु हजारों की संख्या में बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं वहीं मंदिर समिति द्वारा मेले में विद्वत महात्माओ, शंकराचार्यों के साथ प्रसिद्ध भजन गायकों व उत्तराखंड के लोकगायकों को भी आमंत्रित किया जाता है।

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सिद्धबली मेले में पहले दिन धार्मिक अनुष्ठान सनातनी परंपरा के साथ आयोजित किए जाते हैं, दूसरे दिन शंकराचार्यों व प्रसिद्ध महात्माओ के प्रवचन, भजन संध्या व अंतिम दिन उत्तराखंड की लोक-संस्कृति को उत्तराखंड के लोकगायकों द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। मेले को भव्य बनाने के लिए झूले,चरखियां, मनोरंजन के संसाधनों के साथ खान-पान, खिलौने स्थानीय उत्पाद व गारमेंट के उत्पादों के स्टाल मेले दर्शनार्थियों को खूब लुभाते हैं।

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सिद्धबली मेले में इस बार का प्रमुख आकर्षण मंदिर समिति के सौजन्य से कोटद्वार के स्कालर एकेडमी के विद्यार्थियों की दर्शनार्थियों को लुभाने वाली फाईन आर्ट्स की दुर्लभ कलाकृतियां होगी जिसमें पवित्र चारधाम, उत्तराखंड के प्रसिद्ध मंदिरों की पेंटिंग और देवी-देवताओं के भव्य रूप मेले का आकर्षण चारगुना बढ़ाएंगे।