यूपी के खुर्जा कोतवाली क्षेत्र के बौरोली गांव में बुधवार सुबह कमरे में मिले महिला के शव के मामले में पुलिस ने आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर मामले का राजफाश किया है। महिला की बेटी उसी के पास रह रही थी। पूछताछ में आरोपी दामाद ने बताया कि उसकी सास उसे पत्नी से मिलने नहीं देती थी। इसी बात से नाराज होकर उसने सास की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
सीओ वरुण कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह सूचना मिली कि 50 वर्षीय मीना देवी का शव कमरे में पड़ा हुआ है। पुलिस टीम ने जांच पड़ताल की, जिसमें महिला के सिर पर धारदार वस्तु से हमला होना पाया गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम पर भेज दिया गया। वहीं पुलिस टीम ने ऑपरेशन दृष्टि के तहत क्षेत्र में लगे करीब 25 सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसके आधार पर पुलिस ने रात के समय मीना देवी के घर में उसके दामाद बंटी को जाते हुए देखा। इसी के आधार पर पुलिस ने आरोपी बंटी निवासी नगला कोठी थाना हरदुआगंज अलीगढ़ को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मीना देवी की बेटी लक्ष्मी और उसकी शादी करीब 13 साल पहले हुई थी।
घरेलू विवाद के चलते लक्ष्मी ससुराल छोड़कर आठ महीने से अपने मायके में रह रही थी। कई बार बंटी लक्ष्मी से मिलने आता था और उसको ससुराल ले जाने के लिए कहता था तो सास मना कर देती थी। कई बार उसके साथ अभद्रता भी की। ऐसे में उसने सास की हत्या की योजना बना ली थी। 10 अक्टूबर मंगलवार की रात करीब साढ़े 12 बजे वह कुल्हाड़ी और हाथों में दस्ताने पहन छिपकर मीना देवी के घर में घुस गया। खिड़की से देखा कि उस वक्त लक्ष्मी मीना देवी के पास लेटी हुई थी, लेकिन वह जाग रही थी। यह देखकर वह वापस आ गया। दो घंटे बाद साढ़े तीन बजे फिर से गया।
कुल्हाड़ी से मीना देवी के सिर पर वार किया और उसकी हत्या कर दी। आरोपी की निशानदेही से बौरोली गांव में से ही कुल्हाड़ी व दस्ताने भी बरामद किए गए। सीओ ने बताया कि आरोपी ढाई साल पहले भी हत्या का प्रयास कर चुका है। सोते हुए उसने मीना देवी के सिर में सरिये से वार किया था। उस वक्त परिवार के लोगों ने आपसी समझौता कर लिया था और पुलिस से शिकायत नहीं दी थी। यदि तक पुलिस को सूचना मिल जाती तो आरोपी को सजा मिल जाती और मीना देवी जीवित होती।
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपी बंटी अपनी पत्नी लक्ष्मी से काफी ज्यादा प्यार करता था। जांच में देखा गया कि आरोपी बंटी के कमरे में दीवारों पर लक्ष्मी और बच्चों की सैकड़ों तस्वीर लगी हुई थी। लक्ष्मी बार-बार मायके में रहने आ जाती थी, जिसके चलते विवाद होता था। इसी के चलते वह अपनी सास का दुश्मन समझने लगा था और उसकी हत्या कर दी।