रामनगर – बोर्ड परीक्षाओं और वार्षिक परीक्षाओं से पहले स्कूलों में अनुशासन और शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए किए गए औचक निरीक्षण में बड़ी अनियमितता सामने आई है। मुख्य शिक्षा अधिकारी गोविंद जायसवाल ने रामनगर क्षेत्र के विद्यालयों का निरीक्षण किया, जहां सेमखलिया इंटर कॉलेज और प्राथमिक विद्यालय में तय समय से पहले छुट्टी करने का मामला पकड़ में आया। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए सीईओ ने दोनों विद्यालयों के 17 शिक्षक व लिपिक का वेतन रोकने के आदेश जारी किए हैं।
मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में छुट्टी का निर्धारित समय दोपहर 3:40 बजे है, जबकि निरीक्षण के दौरान दोनों विद्यालयों में तीन बजे से पहले ही छुट्टी कर दी गई थी। इसे शैक्षणिक नियमों का स्पष्ट उल्लंघन मानते हुए सख्त कार्रवाई की गई है।
शुक्रवार को सीईओ ने प्राथमिक विद्यालय सांवल्दे, कन्या जूनियर विद्यालय सांवल्दे, पटरानी प्राथमिक व हाईस्कूल, ढेला प्राथमिक विद्यालय सहित 20 से अधिक स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कक्षाओं में जाकर शिक्षण व्यवस्था का जायजा लिया और स्वयं भी शिक्षण कार्य किया।

सीईओ गोविंद जायसवाल ने स्पष्ट किया कि परीक्षा से पहले किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्कूलों में समय पालन, शिक्षण गुणवत्ता और छात्रों के भविष्य से जुड़े मामलों में सख्ती बरती जाएगी। निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य मनोज जोशी, नवेंदु मठपाल, सीपी खाती, संत सिंह, हरीश कुमार, महेंद्र आर्या, शैलेंद्र भट्ट, दिनेश निखुरपा सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे। इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग ने साफ संकेत दिया है कि नियमों की अनदेखी करने वाले स्कूलों और शिक्षकों पर आगे भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।

