हरिद्वार – गायत्री परिवार के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में शताब्दी समारोह का शुभारंभ अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ हुआ। इस पावन अवसर पर आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम के प्रथम चरण के रूप में वसुधा वंदन समारोह का आयोजन हरिद्वार स्थित बैरागी कैंप परिसर में किया गया। भूमि पूजन के साथ ही शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की औपचारिक शुरुआत की गई। इस दौरान पूरा वातावरण वैदिक मंत्रोच्चार और गायत्री महामंत्र की गूंज से पवित्र हो उठा।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस अवसर पर कहा कि गायत्री तीर्थ शांतिकुंज ने पिछले 100 वर्षों में समाज सेवा, आध्यात्मिक उत्थान और मानवीय एकता के क्षेत्र में जो कार्य किए हैं, वे पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि शांतिकुंज का यह शताब्दी पर्व संस्कार, समर्पण और सेवा की भावना को आगे बढ़ाने का प्रतीक है।

शताब्दी समारोह के दौरान आने वाले महीनों में सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक जागरूकता से जुड़े कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और गायत्री परिवार के कार्यकर्ता भाग लेंगे।
कार्यक्रम में शांतिकुंज के वरिष्ठ प्रतिनिधियों, साधक-साधिकाओं और श्रद्धालुओं ने “वसुधैव कुटुम्बकम्” के मंत्र को साकार करते हुए पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और वैश्विक शांति के संकल्प लिए।

