नैनीताल – नैनीताल नगर की जीवनरेखा मानी जाने वाली लोअर मॉल रोड पर एक बार फिर संकट गहरा गया है। रविवार को हुई बारिश के बाद रोड पर करीब 15 मीटर हिस्से में दरारें पड़ गईं और सड़क लगभग नौ इंच धंस गई। हालात गंभीर देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने सड़क पर बैरिकेडिंग कर यातायात पूरी तरह बंद कर दिया है। विभाग का कहना है कि आगामी छह महीने तक लगभग 200 मीटर हिस्से का स्थायी ट्रीटमेंट कार्य चलेगा।
2018 की त्रासदी दोहराने का खतरा
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में लोअर मॉल रोड का 25 मीटर हिस्सा झील में समा गया था। इसके बाद अस्थायी ट्रीटमेंट कर सड़क को बहाल तो किया गया, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं मिल सका। करोड़ों की डीपीआर और कई बार टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी विभाग सड़क का स्थायी इलाज नहीं करा पाया। यही लापरवाही अब फिर सामने आई है।

190 मीटर हिस्सा संवेदनशील
लोनिवि के सर्वे में पाया गया है कि लोअर मॉल रोड के करीब 190 मीटर हिस्से में दरारें और भू-धंसाव है। अब तक विभाग केवल कंक्रीट भरकर पैचिंग करता रहा है, लेकिन बारिश के साथ ही सड़क बार-बार धंस जाती है।
यातायात व्यवस्था में बदलाव
लोअर मॉल रोड पर मल्लीताल और इंडिया होटल के पास बैरिकेडिंग लगा दी गई है। अब यातायात अपर मॉल रोड से संचालित होगा। विभाग ने सूचना कार्यालय के पास लोअर और अपर मॉल रोड को जोड़ने का डायवर्जन भी तैयार किया है।
स्थानीयों और कारोबारियों में आक्रोश
होटल व्यवसायियों और स्थानीय लोगों ने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। होटल एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट ने कहा, “झील की दीवारें कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हैं, लेकिन विभाग तब जागता है जब दीवार झील में समाने लगती है। इस घटना से पर्यटन और व्यापार पर बड़ा असर पड़ेगा।”
जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
- विधायक सरिता आर्य ने कहा, “मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों को तुरंत स्थायी उपचार करने के निर्देश दिए गए हैं।”
- स्थानीय लोगों ने इसे नैनीताल के अस्तित्व के लिए खतरा बताया और विभागीय लापरवाही पर सवाल उठाए।