पंतनगर – पं. गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर में आज “अन्न महोत्सव” का भव्य आयोजन किया गया। महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया, पशु-चिकित्सा प्राथमिक उपचार किट वितरित की तथा अन्न पर आधारित लोगो और पुस्तिकाओं का विमोचन किया।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि अन्न केवल अनाज नहीं है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य, संस्कृति और जीवन-दर्शन का आधार है। उन्होंने कहा कि यह पोषण, परंपरा और भविष्य की ऊर्जा का संगम है। स्वस्थ भारत ही विकसित भारत का आधार है और अन्न इस दिशा में एक वरदान की तरह है। राज्यपाल ने कहा कि योग, आयुर्वेद और अन्न मिलकर “फिट इंडिया” और “फिट उत्तराखंड” का सपना साकार करेंगे।
उन्होंने बताया कि मिलेट्स यानी अन्न को सुपर ग्रेन्स कहा जाता है, क्योंकि इनमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, खनिज और विटामिन पाए जाते हैं। यह मधुमेह और मोटापे से बचाव के लिए रामबाण हैं। उन्होंने उत्तराखंड की जलवायु और मिट्टी को अन्न उत्पादन के लिए आदर्श बताते हुए कहा कि मंडुआ, झंगोरा और रामदाना जैसी फसलें यहां की परंपरा और पहचान हैं।

राज्यपाल ने विशेष रूप से पंतनगर विश्वविद्यालय और सेना के बीच हुए समझौते की सराहना की, जिसके अंतर्गत सैनिकों के भोजन में अन्न को शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह पहल सैनिकों के स्वास्थ्य और मनोबल को मजबूत करेगी। अन्न के प्रोत्साहन से किसानों की आय में भी गुणात्मक वृद्धि होगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संदेश को भी दोहराया, जिसमें हर परिवार से तेल की खपत 10 प्रतिशत कम करने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि इस संदेश को अपनाकर हम मोटापे और कई बीमारियों से बच सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने गांधी हॉल जीर्णोद्धार कार्य का लोकार्पण किया और प्रदर्शनी में लगे विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम में वैज्ञानिकों, किसानों, सेना अधिकारियों, छात्र-छात्राओं और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनमोहन सिंह चौहान, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।