देहरादून – संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सचिवालय परिसर में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ मिलकर भारत के संविधान की प्रस्तावना (Preamble) का सामूहिक वाचन किया। इस दौरान सभी अधिकारियों ने संविधान के प्रति निष्ठा और उसके आदर्शों को जीवन में उतारने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि “संविधान केवल देश की शासन प्रणाली का आधार नहीं है, बल्कि यह समानता, न्याय और स्वतंत्रता जैसे मूल्यों का प्रतीक है, जिसने भारत को एकता के सूत्र में बाँधा है।”
उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यों के माध्यम से संविधान की भावना — न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व — को जीवन और शासन में आत्मसात करें।
सामूहिक वाचन के बाद सभी उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने संविधान प्रस्तावना पट (Preamble Wall) पर हस्ताक्षर कर लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव दीपक कुमार, अपर सचिव डॉ. अहमद इकबाल, नवनीत पांडेय, डीजी सूचना बंशीधर तिवारी, वरिष्ठ प्रमुख निजी सचिव (मुख्य सचिव) एम.एल. उनियाल, वरिष्ठ निजी सचिव जी.सी. लोहानी सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य संविधान दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों में संवैधानिक कर्तव्यों और लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।

