खटीमा– उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग देहरादून के उपाध्यक्ष पी सी गोरखा द्वारा जनपद चम्पावत में दो दिवसीय भ्रमण के दौरान टनकपुर तहसील कार्यालय और टनकपुर कोतवाली का निरीक्षण करने के बाद खटीमा तहसील का निरीक्षण किया
जिसमें एस सी एस टी प्रकरणों की जांच की साथ ही जाति, स्थाई, आय, प्रमाण पत्रों की जारी करने की प्रक्रिया की स्थिति को जाना जिसमें लम्बित प्रमाण पत्रों को जल्द जारी करने को कहा वहीं प्रमाण पत्रों में प्रतिबंधित शब्दों का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी।
प्रदेश में 143के माध्यम से अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की जमीन को सामान्य व्यक्ती को विक्रय करने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं जिसमें पी सी गोरखा ने उप जिला अधिकारी को कहा की 143के अन्तर्गत मामलों को पूर्ण दस्तावेज़ जांच उपरान्त ही अग्रिम कारवाही कराने के निर्देश दिए।
जिसमें अप जिला अधिकारी रविन्द्र सिंह जी ने बताया की जांच उपरान्त ही कारवाही की जाती है परन्तु रजिस्ट्री होने के बाद पटवारी,तहसीलदार की रिर्पोट लगती है
जिससे इस प्रकार के मामले कम पकड़ में आ रहे हैं अगर यह प्रक्रिया शुरू में हो तो अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की जमीन को विक्री होने से किसी हद तक रोका जा सकता है।
वही कोतवाली के निरीक्षण दौरान एस सी, एस टी उत्पीड़न मामलो की भी जांच की जिसमें क्षेत्राधिकारी को कहा की प्राथमिकता के साथ मामलों का निस्तारण करें। तथा समस्त अधिकारी मौजूद रहे।
थारू विकास भवन में समाज कल्याण द्वारा आयोजित विकलांग शिविर में प्रतिभाग किया साथ ही यू डी आई डी कार्ड वितरण किए, और शिविर का जायज़ा लिया इस दौरान उप जिला अधिकारी रविन्द्र सिंह , क्षेत्राधिकारी वीर सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्ध, आयोग के सदस्य मन्नू महर, जिला महामंत्री खटीमा अंजू देवी,पप्पू आर्या, आदि अधिकारी मौजुद रहे।